Thursday, July 13, 2023

घूंट घूंट उतरते दृश्य

 #घूंट_घूंट_उतरते_दृश्य

एक तो अनजाना रास्ता वह भी घाट सड़क कहीं चिकनी कहीं न सिर्फ उबड़ खाबड़ बल्कि किनारे से टूटी। किनारा भी पहाड़ तरफ का तो ठीक लेकिन खाई तरफ का जहाँ से निकलने में रीढ़ की हड्डी में सिरहन दौड़ जाये। यही क्या कम था कि बीच-बीच में हवा के झोंकों के साथ आते बादल पूरी सड़क ही नहीं पेड़ पहाड़ सभी को ढंक लें। आपको पता ही न चले कि कितनी देर बाद कितनी दूर कितना तीखा मोड़ किस दिशा में आयेगा। हम बस चले जा रहे थे और तभी अचानक सड़क किनारे खड़ी वे दिखीं। गाड़ी की गति धीमी ही थी उन्हें देख और धीमी हो गई। बादलों के बीच बारिश हो न हो कोई फर्क कहाँ पड़ता है वे आपसे टकराते हैं और अपने संचय जल से कुछ नमी आपको दे देते हैं बिना मांगे बिना आपके चाहे।

इन बादलों के बीच वे खड़ी थीं हाथ में दोने लिये जामुन ले लो।

न जाने कितने बादल उनसे बिना जामुन लिये उन्हें अपनी नमी से तर करके चले गये थे। वे गीली तो नहीं थीं लेकिन नम थीं। बाल कपड़े हाथ और कुछ कुछ आँखें।

जामुन ले लो जामुन ले लो। कार का शीशा नीचे होते ही उनकी आवाज ही नहीं उनके हाथ भी अंदर चले आये। ताजा जामुन बारिश में गिरे धुले और कुछ पिलपिले। उनकी आँखों में उम्मीद की किरण कि जामुन उन्हीं से लिये जाएंगे।

अरे अरे आराम से कितने के दिये।

दस रुपये।

क्या नाम है तुम्हारा?

मैं अर्चना ये विमला ये वंदना।

स्कूल नहीं जातीं?

जाते हैं।

अब ध्यान गया अरे हाँ ये यूनीफॉर्म पहने हैं।

स्कूल के बाद जामुन बेचती हो यहाँ अकेले जंगल में डर नहीं लगता?

जवाब में बस एक मुस्कान ही मिली शायद लगता हो लेकिन दस रुपये कमा पाने के लिए डर पर काबू पाना जरूरी है।

एक दोना लेते ही दूसरी दोनों के चेहरे उदास हो गये।

बादल तेजी से रास्ते को घेर रहे थे इतने सारे जामुन खायेगा कौन का ख्याल था। तुमसे लौटते समय लेंगे। हाथ में दस दस के दो नोट कुलबुला तो रहे थे लेकिन कहीं उनके स्वाभिमान को धक्का न लगे इसलिये देने की हिम्मत न हुई।

गाड़ी तेजी से आगे बढ़ गई तभी ध्यान आया अरे हम तो सुबह लौटेंगे तब वे स्कूल में होंगी। तब तक गाड़ी एक तीखा मोड़ लेकर और ऊपर चढ़ गई और घने बादलों के बीच लेकिन उनकी आँखों में उतर आये बादल अभी भी उस एक दोने में गाड़ी में रखे हुए हैं।

#तोरणमाल

नर्मदे हर

 बेटियों की शादी के बाद से देव धोक लगातार चल रहा है। आते-जाते रास्ते में किसी मंदिर जाते न जाने कब किस किस के सामने बेटियों के सुंदर सुखद जी...