tag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post1691482707472106780..comments2024-01-24T15:32:20.856+05:30Comments on कासे कहूँ?: कुछ ....kavita vermahttp://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-68070525115478830512011-12-16T17:24:35.943+05:302011-12-16T17:24:35.943+05:30बहुत ही सटीक भाव..बहुत सुन्दर प्रस्तुति
शुक्रिया ....बहुत ही सटीक भाव..बहुत सुन्दर प्रस्तुति<br />शुक्रिया ..इतना उम्दा लिखने के लिए !!<br /><br /><br />संजय भास्कर<br />आदत....मुस्कुराने की <br />http://sanjaybhaskar.blogspot.comसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-42177798513101944622011-06-29T22:11:06.853+05:302011-06-29T22:11:06.853+05:30बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति.
सुन्दर शब्द रचना.बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति.<br />सुन्दर शब्द रचना.विशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-51172833585748049292011-06-29T13:02:17.948+05:302011-06-29T13:02:17.948+05:30कवीता जी इसी लिए ढाई अक्षर प्रेम का महत्त्व अभी ...कवीता जी इसी लिए ढाई अक्षर प्रेम का महत्त्व अभी भी है ! बहुत चुटीली कविता !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-89308089786988173152011-06-29T12:47:59.617+05:302011-06-29T12:47:59.617+05:30एक तुम्हारा स्पर्श
एक तुम्हारी नज़र
जो मिल जाय...एक तुम्हारा स्पर्श<br /> एक तुम्हारी नज़र <br /> जो मिल जाये मुझे<br />फिर सब अपना सा है. <br /><br />इसी मे तो सब समाहित है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-53232282489926164902011-06-29T12:42:58.161+05:302011-06-29T12:42:58.161+05:30एक तुम्हारा स्पर्श
एक तुम्हारी नज़र
जो मिल जाय...एक तुम्हारा स्पर्श<br /> एक तुम्हारी नज़र <br /> जो मिल जाये मुझे<br />फिर सब अपना सा है. <br /><br /><br />बहुत सुंदर अहसास, <br />भावपूर्ण रचनामहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-9412650831659569382011-06-29T11:10:00.723+05:302011-06-29T11:10:00.723+05:30बारिश की रिमझिम बूँदें
पड़ती जो तन पर
पर मन को न...बारिश की रिमझिम बूँदें<br /> पड़ती जो तन पर <br />पर मन को नहीं भिगोती<br /> कुछ सूखा सा है. <br /><br />बहुत खूब कहा है ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-48628117883227845952011-06-29T00:03:35.386+05:302011-06-29T00:03:35.386+05:30सिर्फ एक के लिए...सबको नज़रंदाज़ करना ठीक नहीं...म...सिर्फ एक के लिए...सबको नज़रंदाज़ करना ठीक नहीं...मौसम, बाज़ार और दोस्तों की भी ज़रूरत है...वैसे भी मिलने के बाद चीजों का अवमूल्यन बहुत तेज़ी से होता है...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-44534848394159751842011-06-28T23:48:57.855+05:302011-06-28T23:48:57.855+05:30खूबसूरत कविता कविता जी...सच है कि जो बूँदें मन को ...खूबसूरत कविता कविता जी...सच है कि जो बूँदें मन को गीला ना सकेवे सूखे ही होंगे...मन को छूती कविता...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-45886692261119234772011-06-28T23:18:26.021+05:302011-06-28T23:18:26.021+05:30बहुत खूबसूरत एहसास लिखे हैं ...बहुत खूबसूरत एहसास लिखे हैं ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-90979308984769343922011-06-28T22:56:31.803+05:302011-06-28T22:56:31.803+05:30भीड़ भरे बाज़ार में
चीखती आवाजें
कुछ सुनाई नहीं ...भीड़ भरे बाज़ार में <br />चीखती आवाजें<br /> कुछ सुनाई नहीं देता<br /> कुछ सूना सा है. <br />bheed me bhi sannataरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7609642450164936531.post-57597926940259624762011-06-28T22:12:05.055+05:302011-06-28T22:12:05.055+05:30सुंदर भावाभिव्यक्ति।सुंदर भावाभिव्यक्ति।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com